झारखंड सरकार ने आदिवासी युवाओं को जंगल क्षेत्रों की सुरक्षा, वन आग निगरानी और वन्यजीव संरक्षण की ट्रेनिंग देने के लिए ‘जंगल संरक्षक प्रशिक्षण’ कार्यक्रम शुरू किया है। युवाओं को GPS उपकरण, पेनटोमॉड कैमरा, और आपातकालीन रेडियो की सुविधा दी जाती है। पहले बैच में 500 प्रशिक्षित संरक्षक पूरे राज्य में नियुक्त किए गए हैं।